आरती करो शंकर की
Aarti Karo Shankar Ki
आरती करो शंकर की, करो हरि हर की, करो नटवर की,
भोले शंकर की, आरती करो शंकर की।
1. सिर पर शशि का मुकुट संवारे, तारों की पायल झनकारे,
धरती अंबर डोले ताँडव लीला से नटवर की।
2. मुंडो का हार पहनने वाले, शम्भु हैं जग के रखवाले,
सकल चराचर सब जग नाचे उंगली पर विषधर की।
3. महादेव जय-जय शिव शंकर, जय गंगाधर जय डमरूधर,
हे देवों के देव! मिटाओ, विपदा तुम हर मन की।