श्रृंगीऋषि धाम लखीसराय: जंगलों व पहाड़ों की कंदराओं में आध्यात्मिक, पौराणिक व रमणीक स्थल, हर मनोकामना पूर्ण

श्रृंगीऋषि धाम लखीसराय

श्रृंगीऋषि धाम लखीसराय: जंगलों व पहाड़ों की कंदराओं में आध्यात्मिक, पौराणिक व रमणीक स्थल, हर मनोकामना पूर्ण

परिचय

श्रृंगीऋषि धाम लखीसराय जिले के घने जंगलों और पहाड़ी क्षेत्रों में स्थित एक अद्वितीय धार्मिक स्थल है। यह स्थल न केवल अपनी पौराणिक और आध्यात्मिक महत्ता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह एक रमणीक स्थल भी है जो हर श्रद्धालु को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां ऋषि श्रृंगी के अलावा शिवलिंग और अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित हैं। इस मंदिर की भव्यता और ऐतिहासिकता इसकी पौराणिकता से भी अधिक महत्वपूर्ण हैं।

मंदिर का इतिहास और विशेषताएँ

श्रृंगीऋषि धाम लखीसराय के मुख्यालय से लगभग 23 किलोमीटर उत्तर-पूर्व की ओर स्थित है। यह स्थल घने जंगलों और पहाड़ियों के बीच स्थित है, जो इसे एक रहस्यमयी और आकर्षक स्थान बनाते हैं। यह स्थल त्रेतायुगीन काल से जुड़ा हुआ है, जहां राजा दशरथ और भगवान राम सहित उनके चार पुत्रों की उपस्थिति की मान्यता है।

कहानी के अनुसार, राजा दशरथ ने पुत्र प्राप्ति के लिए यहां यज्ञ किया था और भगवान राम के साथ-साथ भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न का जन्म हुआ। यहीं पर उनके मुंडन संस्कार भी किए गए थे। इसके अलावा, राजा रोमपाद ने अपनी दत्तक पुत्री शांता का विवाह ऋषि श्रृंगी से किया था, और इस स्थल को तप और साधना के लिए प्रदान किया था। तब से यह स्थल श्रृंगीऋषि धाम के नाम से जाना जाता है।

मंदिर परिसर

श्रृंगीऋषि धाम लखीसराय में एक छोटा सा मंदिर स्थित है, जहां शिवलिंग पर नियमित रूप से जलाभिषेक किया जाता है। इस मंदिर के पास ही पार्वती, बजरंगबली और अन्य देवी-देवताओं के मंदिर भी हैं। मंदिर परिसर में एक सुंदर झरना और कुंड भी है, जहां श्रद्धालु स्नान करके पूजा करते हैं। यह कुंड और झरना लोगों को काफी आकर्षित करते हैं।

मंदिर परिसर के पास मोरवे डैम भी स्थित है, जो नीली झील और पहाड़ियों के बीच एक मनोहारी दृश्य प्रस्तुत करता है। यह डैम अपने दृश्य सौंदर्य और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है।

धार्मिक गतिविधियाँ

श्रृंगीऋषि धाम में साल भर अनुष्ठान और हवन का आयोजन होता रहता है। वसंत पंचमी का मेला विशेष रूप से ऐतिहासिक होता है, जिसमें दूर-दराज से लोग आकर शामिल होते हैं। यह स्थल धार्मिक गतिविधियों और पूजा अर्चना के लिए एक प्रमुख केंद्र है। श्रद्धालु यहां पुत्र रत्न प्राप्ति और अन्य मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए आते हैं।

पवित्रता और महत्व

श्रृंगीऋषि धाम की विशेषता यह है कि यहां स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है और चर्म रोगों का नाश होता है। यह स्थल तपोभूमि के रूप में प्रसिद्ध है और यहां की पवित्रता श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करती है।

निष्कर्ष

श्रृंगीऋषि धाम लखीसराय का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो अपनी आध्यात्मिक और पौराणिक मान्यता के लिए जाना जाता है। यह स्थल न केवल धार्मिक बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य के लिहाज से भी विशेष है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और यह स्थल उन्हें एक अद्वितीय आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है।

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